मुंबई में कुर्ला के निवासियों को दो साल से कोई पार्सल नहीं मिला। जांच करने से पता चला कि करीब 14,000 पार्सल लोगों तक पहुंचे ही नहीं, क्योंकि डाकिये ने 2 साल से पार्सल भेजना बंद कर दिया था।
आपको बता दें की डाकिया वहां कुछ 27 साल से काम कर रहा था, पर उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। डाकिये के अनुसार काम बहुत ज्यादा होने के कारण, ये कमियां आ गयी थी।
लोगों ने बताया कि डाकिया की वजह से जरूरी कागजात वक्त में नहीं पहुंच पाए जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। डाक में जमा 14 हजार ख़त के अलावा, शामिल थे लगभग 2000 आधार कार्ड।
दो साल से चले आ रहे इस बात से हमें पता चलता है की अब डाक की अहमियत कितनी कम हो गई है। अब वक्त ऐसा है जहां लोगों को पत्र प्राप्त नहीं होने से परेशानी नहीं होती है। हर कोई अपने बिल का भुगतान ऑनलाइन करता है, तो पत्र इतना महत्वपूर्ण नहीं है।