फिल्म-कलाकार- शरमन जोशी, मीरा चोपड़ा और विशाल करवाल
निर्देशक- टीनू सुरेश देसाई
निर्माता- संदीप शांडिल्य-रोशन सिंह
इस फिल्म की कहानी लिखी है विक्रम भट्ट ने और इसे निर्देशित किया है टीनू सुरेश देशाई ने। यह फिल्म 1920 सीरिज का दूसरा भाग है। इससे पहले 1920 और 1920 ईविल रिटर्न्स दर्शकों को अच्छी लगी तो विक्रम भट्ट को लगा है कि यह हिट फार्मूला है। इसलिए उन्होंने एक बार फिर भूतए तंत्र-मंत्र और तांत्रिक आदि का इस्तेमाल कर एक और कहानी लिख डाली जिसमें कुछ भी नया नहीं है सिवाय इसके कलाकारों के।
कहानी में 1920 के लंदन में एक राजस्थानी राजकुमारी है, जिसके पति पर एक चुड़ैल का साया है। अपने पति को उस चुड़ैल के चंगुल से बचाने के लिए वह एक तांत्रिक का सहारा लेती है।
जहां तक अभिनय की बात है तो शरमन जोशी इन दिनों कुछ नया करने की कोशिश में वह सब कर रहे हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए। मीरा चोपड़ा की बात करेंए तो उनके साथ बस यही है कि वह प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की बहन हैं।
निर्देशक के तौर पर टीनू देशाई की यह पहली बॉलीवुड फिल्म हैए इसलिए उनके निर्देशन की खामियां साफ देखी जा सकती हैं। आप यह सोचने पर मजबूर हो सकते हैं कि इस फिल्म के भूत को देखकर डर क्यों नहीं लग रहा। इसके अलावा दहशत के नाम पर फिल्म में वही सब हैए जैसे- पलंग का हवा में उठनाए शरीर का अकड़ जानाए आंखे पलट जाना आदि है जो अब बोर लगने लगा है।
अगर आपको डरवानी फिल्में अच्छी लगती हैं तो इसे बिल्कुल न देखें क्योंकि इसमें डर नाम की चीज ही नहीं है। इसके अलावा शरमन जोशी के फैन भी शायद शरमन को इस फिल्म में पसंद नहीं कर पाएंगे। लेकिन अगर आप बस टाइम पास के लिए देखना चाहते हैं तो इस फिल्म को देखा जा सकता है।
रिपोर्टर – खबर लहरिया ब्यूरो