पढाई हुई शुरू! मध्य प्रदेश में अचानक आ गयी 12वीं कक्षा के पेपर की डेट :12 वी कक्षा के पेपर को लेकर है 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले स्टूडेंट एवं कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट का कहना है कि 12वीं के पेपर की अचानक से डेट आ गई और कॉलेज के लिए भी जुलाई से अगस्त तक के लिए बोला है यह राज्य सरकार के द्वारा घोषित किया गया है लेकिन इसमें देखा जा रहा है कि बच्चों ने अपने स्वास्थ्य की थी मांग 12वीं पड़ने वाले का कहना है कि जहां को रोना जैसी महामारी फैली हुई है और हर जगह जाने आने से रोकथाम की गई है बड़े-बड़े विश्वविद्यालय कॉलेज आईटीआई जैसे यूनिवर्सिटी बंद है तो फिर बारहवीं कक्षा के पेपर करने का माननीय शिवराज सिंह चौहान ने कैसे निर्णय ले लिया यह बात बच्चों के मन में खटक रहे हैं और बच्चों का कहना है कि इन लोगों के पेपर न किए जाएं इससे अच्छा पहले ही पेपर हो गए होते तो आज यह नौबत ना बच्चों का कहना है कि हर विद्यालय में दूर-दूर से बच्चे आ रहे हैं और कई बच्चे बाहर गए हुए थे दिल्ली मुंबई कोलकाता हरियाणा तो यहां से भी कुछ बच्चे अपने अपने गांव आए हैं अब इतनी दूर दूर से सभी लोग आए हुए हैं और क्या पता कौन कैसा है किसका टेंपरेचर अधिक है या कौन पोस्टर है अगर ऐसे में कोई भी स्टूडेंट पॉजिटिव पाया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा और कई लोग बाहर हैं क्योंकि पहले यह घोषित किया गया था कि अब 12वीं और 10वीं के पेपर नहीं होने हैं बोर्ड परीक्षाओं के पेपर नहीं होने कुल मिलाकर यह निर्णय किया गया था जो अंक आए हुए हैं उन्हें के आधार पर बच्चों को पास कर दिया जाएगा लेकिन बारहवीं कक्षा के अचानक से पेपर होने से स्टूडेंट ओं के मन में मची हड़कंप क्योंकि अभी तक पन्ना में रोना पोस्टर मरीजों की संख्या 4 हो चुकी है जिससे गांव में भी लोगों के मन में कहीं न कहीं सवाल पैदा हो रहे हैं कि जहां भीड़ लगाने से मना किया जा रहा है वही बच्चों को एक साथ पेपर करवाने के लिए अचानक कैसे आदेश दे दिए गए क्या अगर किसी भी स्टूडेंट को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार लेता है और जो बच्चे कहीं ना कहीं फंसे हुए हैं वह कैसे एग्जाम से दे पाएंगे उनकी जिंदगी का क्या होगा आखिर क्यों कर रही राज्य सरकार बच्चो की जिंदगी के साथ खिलवाड़