जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव खोहर मजरा मोहन पुरवा। हिंया दुइ पीढी़ से हैण्डपम्प नहीं लाग आय। यहै से पांच सौ मड़ई पानी खातिर भटकत हवंै। या कारन कुंआ का पानी पियै का पड़त हवै। या समस्या का लइके मड़ई विधायक चन्द्रभान से शिकायत करिन हवै, पै तबहूं कुछ नहीं भा आय।
हिंया के नत्थू, गुलाब, द्वारिका अउर पुष्पेन्द्र समेत दस मड़ई बताइन कि हमरे हिंया हैण्डपम्प नहीं लाग आय। यहै से कुंआ का गन्दा पानी पियै का पड़त हवै। यहिसे कत्तौ कत्तौ मड़इन का बीमारी भी होइ जात हवैं। गर्मी मा तौ कुंआ भी सूख जात हवै। या कारन पानी के बहुतै समस्या होत हवै। दुइ महीना पहिले विधायक का भी लिखित दरखास दीन गे हवै, पै उंई भी कउनौ ध्यान नहीं दिहिन आहीं। हैण्डपम्प लाग जात तौ बहुतै नींक होत।
प्रधान रामनरेश का कहब हवै कि हैण्डपम्प लगवावै खातिर ब्लाक मा पांच महीना पहिले दरखास दीने हौं। जबै हुंवा से पास होइ जई तौ हैण्डपम्प लगवा दीन जई।
जिला चित्रकूट, बलाक मानिकपुर गांव चुरेह केशरूवा का पुरवा सुखरामपुर। हिंया लगभग दुइ हजार के आबादी हवै। पांच हैण्डपम्प लाग हवैं। वहिमा से चार हैण्डपम्प कउनौ दुइ महीना से तौ कउनौ चार महीना से खराब हवैं। या कारन मड़ई पानी खातिर हिंया-हुंवा फिरत हवैं।
या समस्या का लइके प्रधान भोली देवी से बात कीन गे। वहिकर कहब हवै कि हैण्डपम्प सुधरावैं खातिर खाता मा रूपिया नहीं आय। अगर खाता मा रूपिया आ जई तौ हैण्डपम्प बनवा दीन जई।
पुरवा के रामलली अउर बच्ची का कहब हवै कि एक हैण्डपम्प हवै। वहिमा रात दिन पानी भरैं खातिर भीड़ लाग रहत हवै। वहिका दिन भर भटभटावत रहित हन। या कारन पानी भरैं खातिर लाइन लगावैं का परत हवै। अगर चारौ हैण्डपम्प बन जाये तौ पानी के समस्या न होइ। हैण्डपम्प बनवावैं खातिर प्रधान भोली से कहिके हार गयेन, पै वा ध्यान नहीं देत आय। अगर हैण्डपम्प बन जाये तौ हमार पानी के समस्या खतम होइ सकत हवैं
हैण्डपम्प के करत मांग
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