जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर, गांव नोनवई। हिंया के मनोरमा कहिस कि ससुर बृजमोहन 18 नवम्बर 2014 का मारिस हवै। यहिके रपट रैपुरा थाना मा लिखाये, पै सुनवाई के नाम मा कुछौ नहीं भा।
गांव के मनोरमा का कहब हवै कि मैं अपने बहिनी के बिटिया का लइ आई रहौं तौ ससुर कहत रहै कि तोरे तौ खुदै छोट सा लड़का गोद मा हवैं वहिका काहे लइ आई हा। अब मोहिका खाना बना के कउन देइ। यहै से हिंया से चली जा तोहिका घर मा न रहैं देहूं। वा घर से निकारैं मा लाग हवै कहत हवै कि घर अउर जमीन मा हिस्सा न देहूं। चालिस बीघा जमीन हवैं। सात बिसुवा मा पक्का घर बना हवै अउर पांच बिसुवा मा कच्चा घर बना हवै। मैं पक्का घर मा हिस्सा मांगत हौं तौ नहीं देत हवै। कहत हवै कि जहां जाये का होय तौ जा।
ससुर बृजमोहन कहिस कि मैं वहिका नहीं मारे हौं। अबै तीन लड़का शादी का हवै उनके शादी कइ देहूं तबै घर अउर जमीन मा हिस्सा होइ।
रैपुरा थाना के मुंशी रामगोपाल का कहब हवै कि बृजमोहन के ऊपर 323 मारपीट अउर 504 गाली गलौज धारा लाग हवै।
जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर, गांव रूपौली के पुष्पा कहत हवै कि मनसवा रमाकांत तीन साल से मारपीट करत हवै। यहिके रपट राजापुर थाना मा दुइ दरकी लिखाये हौं, पुलिस समझौता करा देत हवैं। यहै से 18 नवम्बर का फेर रपट लिखाये हौं। पै मनसवा के खिलाफ कारवाही नहीं करत आय।
पुष्पा का कहब हवै कि शादी का पन्द्रह साल होइगे हवैं। मनसवा शुरू से मारत रहैं खाना खर्चा नहीं देत हवै। रपट लिखावैं के बाद थाना के पुलिस ध्यान नहीं देत हवै।
मनसवा रमाकांत कहत हवै कि वा मोर विश्वास नहीं आय। यहै से लड़ाई होत हवैं वहिका मारत नहीं आहूं।
राजापुर थाना के बड़े दरोगा केशव प्रसाद दुबे का कहब हवै कि दुइ दरकी समझौता करा दीन गा रहै, पै 18 नवम्बर 2014 का रमाकांत के ऊपर 323 मारपीट के धारा लगाई गे हवै। जल्दी ही कारवाही कीन जई।
हिस्सा मांगै मा करै मारपीट
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