कथित लव जिहाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केरल पहुंची हादिया उर्फ अखिला अशोकन ने 12 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि ‘मीडिया में ऐसी रिपोर्टें आईं थीं कि मैंने अपने माता-पिता से मुआवजा मांगा है। यह पूरी तरह से गलत है। मैंने राज्य सरकार से मुआवजा मांगा है।’
उन्होंने कहा, ‘वह नहीं समझती हैं कि उनके माता-पिता उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहते थे। उन्हें गुमराह किया जा रहा है, वे सब ऐसा राष्ट्र विरोधी ताकतों के प्रभाव में आकर कर रहे थे। वे उनका राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे थे।’
हादिया ने कहा कि जल्द ही वह अपने माता-पिता से मुलाकात करेंगी। हादिया ने कहा कि वह दो कारणों से सुप्रीम कोर्ट गईं। पहला कारण था कि वह एक मुसलमान के रूप में जीवन बिताना चाहती हैं और दूसरा कारण यह था कि वह अपने पार्टनर के साथ रहना चाहती थीं।
इससे पहले हादिया ने कहा था कि पूरा विवाद केवल इसलिए हुआ, क्योंकि उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया।
यही नहीं, उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें परिवार के पास भेज दिया गया था और दो साल तक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। उन्हें घर में बंद कर दिया गया था। राज्य सरकार इन दो वर्षों में कष्ट के लिए मुआवजा दे।
बता दें, केरल हाई कोर्ट ने एक युवक मुस्लिम युवक शफी जहां से उनकी शादी को अवैध घोषित कर दिया था और उनको परिवार के पास भेजा दिया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को रद्द कर दिया और शादी को वैध मानते हुए हादिया को उनके पति शफी के पास रहने की अनुमति दे दी थी।
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