उत्तर प्रदेश, लखनऊ। चार बाग रेलवे स्टेशन से विधान सभा मार्ग तक उत्तर प्रदेश के मनरेगा मजदूरों ने 30 सितंबर, 2013 को रैली निकाली। रैली का आयोजन चित्रकूट की संस्था वनांगना, बनारस की लोकचेतना समिति, सीतापुर की संगतिन मजदूर यूनियन ने किया। रैली में बनारस, चित्रकूट, बांदा, ललितपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के करीब तीन हजार मजदूरों ने हिस्सा लिया।
सुप्रीम कोर्ट के सलाहाकार वकील अरुधति धुरू के अगुआई में ए.डी.एम. को ज्ञापन सौंपा। लोकचेतना समिति के प्रमुख नंदलाल ने मजूदरों की दिहाड़ी बढ़ाने और पेंशन दिए जाने की मांग मुख्य रूप से की। संगतिन संस्था की प्रमुख राजाबेटी ने मुख्य रूप से मजूदरों के लिए काम के सौ दिन के अलावा अन्य दिनों में बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की। कर्वी ब्लाक, भैसौंधा गांव के तेरसिया और शंकर का कहना है कि एक साल पहले खंती खोदी थी, उसका भुगतान अभी तक नहीं हुआ।
मुख्य मांगें
सीतापुर से मिसरी ब्लाक के गांव पिपरी के राजकुमार और बद्री ने भी कहा कि मनरेगा में समय से भुगतान नहीं होता है।
काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता मिले, रोजगार गारंटी योजना के तहत मस्टर रोल रखना मजदूरों की हाजिरी रोज चढ़े, बोर्ड स्वास्थ्य सुविधायें होनी चााहिये, मजदूरी का भुगतान पन्द्रह दिन में हो, काम में पचास प्रतिशत महिलाओं को मेठ के रूप में रखा जाये।