जिला अम्बेडकर नगर, ब्लाक कटेहरी, गांव चककोड़ार। हिंआ राषन कोटेदार पूरा नाय देतिन। पैंतिस किलो के बजाय तीस किलो दियाथिन। गांव वाले जांच करै कै करिन मांग।
सीमा, हीरालाल, बरखा, गुजराती, रामतिलक बताइन कि कोटेदार एक्कौ महीना पूरा राषन नाय देतिन। पैंतिस किलो मिलै का चाही लकिन कोटेदार पैंतिस की जगह तीस किलो दियाथिन। एक दिन से दुसरे दिन नाय बंटते। कहाथिन अब राषन नाय बाय। बीस किलो चावल, दस किलो गेहूं, एक किलो चीनी दियाथिन। जबकि पैसा पूरा पैंतिस किलो कै लियाथिन। राषन कार्ड पै पैतिष किलो चढ़ाय दियाथिन।
कोटेदार पंकज धुरिया बताइन कि गोदाम से जब राषन उठाई थी तौ वहीं से कम मिलाथै। पइसा पूरा जमा करीथी। इक्यावन किलो बोरी मा आवै का चाही तौ कउनौ मा चालिस किलो कउनौ बोरी मा पैंतिस किलो रहाथै। राषन के सूची मा एक सौ बावन कार्ड एैड बाय लकिन राषन लियै वाले दुई सौ मनई अहैं। सबका राषन बराबर देई थी यही नाते तीस किलो मिलाथै। गोदाम से बोरी कटी फटी रहाथै। लादै मा यहर वहर गिर जाथै यसे अउर कम होय जाथै।
हर कार्ड पै कोटेदार काटत राशन
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