चित्रकूट जिला के किसान या समय बहुतै परेशान हवैं। काहे से कि उनके फसल मा किरवा लागत हवैं। या बात बताइन मानिकपुर ब्लाक, गांव बरहा, निही चरैया अउर घाटा कोलान गांव के किसान।
घाटा कोलान गंाव के जुगुल अउर चम्पा का कहब हवै कि हमका चना अउर सरसों के फसल मा डालै खातिर खाद भण्डार से दवाई नहीं मिलत आय। या कारन हमार आठ से दस बिगहा फसल बरबाद होत हवै। अधिकारी कहत हवैं कि उनके लगे दवाई नहीं आय।
निही चरैया गांव के गुन्ठी अउर रामलाल का कहब हवै कि हम उधार रूपिया लइके सरसों बोय हन। पूर फसल मा किरवा लाग हवै। दवाई सरकार कइती से नहीं मिलत आय। यहै से हम गरीब मड़ई कर्जा कसत भरबै। खाद बीज भण्डार के प्रभारी रेवती प्रसाद का कहब हवै कि सरकार कइती से विभाग मा किरवा के दवाई नहीं आवत तौ मैं का करौं। मड़ई कर्वी विकास भवन मा जा के अधिकारी से शिकायत करैं।
कर्वी खाद बीज भण्डार के अधिकारी जितेन्द्र का कहब हवै कि हम हर ब्लाकन मा पन्द्रह दिन पहिले दवाई पहुंचा दीने हन। मड़ई दवाई सुबेरे अउर शाम के फसल मा डालै। दुपरही के दवाई डारै से कउनौ फायदा नहीं।
जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर, गांव भखरवारा। हिंया के किसान श्री केशन, भरत सिंह, मदन, गोपाल समेत बीस किसानन का कहब हवै-“ हमार सोसाइटी मा खाता तौ खुला हवै, पै सोसाइटी से उधार नहीं मिलत आय। पहिले हमका उधार खाद देत रहैं। या कारन हमार फसल बरबाद होत हवै। कुछ खेत बिना खाद के पड़े हवैं। हमरे येत्ता रूपिया नहीं आय कि हम बाजार से या सोसाइटी से खाद नगद खरीदी।”
रामनगर सोसाइटी के सचिव सुखलाल का कहब हवै कि किसानन के क्रेडिट कार्ड बैंक से पास होइ जई।। तबै उधार खाद दीन जई।