कर्नाटक के मयसूरू ने सभी बड़े शहरों में सबसे साफ होने का अपना दर्जा बनाए रखा है। झारखण्ड के धनबाद को इस मामले में सबसे खराब बताया गया है। ये स्वच्छ भारत अभियान के 2014 में शुरू होने के बाद पहली बार स्वच्छता रैंकिगों के नतीजों से पता चला है।
सबसे साफ 10 शहरों में चंडीगढ़, विशाखापट्टनम, सूरत, राजकोट, गैंगटोक और ग्रेटर मुंबई भी शामिल हैं।
सबसे खराब 10 शहरों में वाराणसी, गाजि़याबाद, मेरठ, पटना और कल्याण-डोम्बिवली शामिल हैं।
ये नतीजे स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य तत्वों को पूरा करने के आधार पर अंक देते हुए निकाले गए हैं। जैसे सफाई व्यवस्था से सम्बंधित सेवाओं का होना – लोगों के घरों में शौचालय, सार्वजनिक शौचालय, और कूड़े का प्रक्रमण।
शहरी विकास मंत्रालय ने कहा कि इस सर्वेक्षण का उद्देश्य स्वच्छ भारत अभियान के प्रभाव को आंकना था, साथ ही राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना भी था।