खबर लहरिया बुंदेलखंड स्वच्छ भारत मिशन के लिए एक और चुनौती, महोबा के रिवई गाँव में नहीं शौचालय

स्वच्छ भारत मिशन के लिए एक और चुनौती, महोबा के रिवई गाँव में नहीं शौचालय

जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव रिवई के आदमियन की माने तो शौच के लाने उने दो किलो मीटर दूर जाने परत। गरीब मजदूर आदमी प्रधान से आस लगाये हे।
उर्मिला ने बताई के शौचालय नइ बन रई। प्रधान से कओ सो कत के बन जेहे। पहले जो प्रधान हते उन ने भी नइ बनबाई।
प्रकाश राज ने बताई के दो किलो मीटर किलो दूर जाने परत। दिन में तो चले जात रात बिरात केसे जा सकत। अगर सरकार हम ओरन की सुन हे तो बन जेहे।
दुलीचंद ने बताई के प्रधान से कई सो बे कह रए ते के जब खबर आ हे तब बनबा देहे। हमाये तो आठ नौ सौ रुपईया भी खर्च हो गये फार्म भरे जे शौचालय के लेकिन कोनऊ सुनवाई नइ भई। दो तीन साल से परेशान हे।
ब्रज भूषण तिवारी प्रधान ने बताई के हमाय ते अबे तक शौचालय आय ही नइया हमने सर्वे की लिस्ट निकलवाई ती बा लिस्ट में जिन को ज्यादा जरुरत हे उनके नाम हे। जिनके घर में बूढ़े आदमी हे बिक्लांग हे उनके लाने।
अब चुनाव आ गये ते आचार सहित लग गयी ती अब सरकार नइ बन गयी अब जरुर आहे आवास भी आहे और शौचालय भी आहे।

रिपोर्टर- श्यामकली

30/03/2017 को प्रकाशित