जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा के विभिन्न पंचायतो में बढ़ती गर्मी के बावजूद अट्ठारह से बीस चापाकल खराब पड़े हैं जिस कारण पानी के लिए लोग ललाइत हैं।
दलकावा ग्राम पंचायत के सखिया देवी, राजू कुमार, राहुल राज का कहना हैं कि इस पंचायत में कई सरकारी चापाकल हले गए लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। जैसे के तैसे सब खराब पड़े हैं। एक कन्या विद्यालय के पास आई.एम. थ्री चापाकल चार सालों से खराब है। ग्रामीण बैद्यनाथ राय, मिथिलेश देवी और रामबाबू का कहना है कि देसतिया बाज़ार में चापाकल को हले हुआ बीस-पच्चीस साल हो गए हैं लेकिन आज तक जब भी खराब हुआ हम लोग चंदा लगाकर चापाकल की मरम्मती करवाते हैं।
इन्दरवा पंचायत के मुखिया पति अयोधि पासवान और पिपरा परसाईन पंचायत के मुखिया देवल साह का कहना है कि कहीं हैण्डल टूटा तो कहीं पाइप फूटा। बहुत से चापाकल ऐसे भी हैं जिसका हेड गायब है। अगर विभाग को कहिए तो नया चापाकल लगवा देते हैं, लेकिन पुराने को ठीक नहीं करवाते।
प्रखण्ड पी.एच.ई.डी. विभाग के कनिय अभियंता रविन्द्र कुमार का कहना है कि हम भी इन समस्याओं से भली भांति परिचित हैं। प्रखण्ड में अस्सी प्रतिशत चापाकल खराब पड़े हैं लेकिन विभाग के पास मिस्त्री ही नहीं हैं।
जिला पी.एच.ई.डी. विभाग के कार्यपालक अभियंता सुद्धेश्वर प्रसाद यादव का कहना है कि अपने जिले में मिस्त्री नहीं हैं और दूसरे जगह से मंगवाना पड़ेगा। इसी कारण चापाकल बनवा नहीं पा रहा हैं।
सोनबरसा में अस्सी प्रतिशत चापाकल खराब
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