सरकार ने पहलाज निहलानी के स्थान पर गीतकार और कवि प्रसून जोशी को सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जोशी को तत्काल प्रभाव से तीन साल या अगले आदेश तक के लिए बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
पहलाज निहलानी ने जनवरी 2015 में फिल्म सेंसर बोर्ड के चीफ का पद संभाला था। पद संभालने के बाद से ही वह विवादों में घिरे रहे। ‘उड़ता पंजाब’, ‘हरामखोर’, ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ और ‘इंदु सरकार’ जैसी फिल्मों को लेकर भी निहलानी सुर्खियों में रहे।
हाल ही में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और बिदिता बाग की बाबूमोशाय बंदूकबाज़ को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। फिल्म के निर्देशक कुषाण नंदी का आरोप था कि सेंसर बोर्ड के सदस्यों ने फिल्म की निर्माता किरण श्रॉफ़ पर अमर्यादित टिप्पणी की थी।
बता दें कि फिल्मी दुनिया में गीतकार के तौर पर प्रख्यात प्रसून जोशी हिन्दी कवि, लेखक, पटकथा लेखक और भारतीय सिनेमा के गीतकार हैं। प्रसून जोशी विज्ञापन जगत की गतिविधियों से भी जुड़े हैं। फ़िल्म ‘तारे ज़मीन पर’ के गाने ‘मां।।।’ के लिए उन्हें ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ भी मिल चुका है।
उनकी तीन पुस्तकें प्रकाशित हुई है इसके अलावा उन्होंने दिल्ली 6’, ‘तारे ज़मीन पर’, ‘रंग दे बसंती’, ‘हम तुम’ और ‘फना’ जैसी फ़िल्मों के लिए कई सुपरहिट गाने लिखे हैं। फ़िल्म ‘लज्जा’, ‘आंखें’, ‘क्योंकि’ में संगीत दिया है। ‘ठण्डा मतलब कोका कोला’ एवं ‘बार्बर शॉप–ए जा बाल कटा ला’ जैसे प्रचलित विज्ञापनों के कारण उन्हे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है।
सेंसर बोर्ड के नए अध्यक्ष बने गीतकार प्रसून जोशी
पिछला लेख