सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी टेलिविजन चैनलों को सलाह देते हुए कहा है कि कॉन्डम के विज्ञापन रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के दौरान ही दिखाए जा सकते हैं।
दरअसल, मंत्रालय का मानना है कि कंडोम के कुछ विज्ञापन ‘अश्लील होते हैं और इनका बच्चों पर असर पड़ सकता है।‘ इस सलाह पर उत्पादन कंपनियों ने मंत्रालय की कड़ी आलोचना की है।
इस सलाह में कहा गया है कि ‘कुछ चैनल बार–बार कॉन्डम के विज्ञापन दिखाते हैं, जो कथित तौर पर अश्लील होते हैं, खासतौर से बच्चों के लिए।‘
मंत्रालय ने कहा कि जिन विज्ञापनों से बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा हो या जो अस्वास्थ्यकर हरकतों के प्रति उनमें दिलचस्पी पैदा करें, उन्हें नहीं दिखाया जाना चाहिए।
इस आदेश को “गलत तरीके से पेश करने” का करार देते हुए बड़ी विज्ञापन एजेंसी एफसीबी इंडिया के ग्रुप चेयरमैन रोहित ओहरी ने कहा, भारत को सीनियर स्कूलों में सेक्स और जन्म नियंत्रण शिक्षा शुरू करनी चाहिए। दुनियाभर में कॉन्डम विज्ञापनों को जागरूकता के लिए फैलाया जा रहा है ताकि किशोरावस्था में गर्भधारण को रोका जा सके। इसे अब वक्त की जरूरत माना जा रहा है।‘