महोबा जिला मे ई समय सूखा के कारन किसान चेक पायें खा परेशान तो हे साथई खेत नपवायें खा भी तहसील ओर अधिकारियन के चक्कर लगाउत हे।
ब्लाक पनवाड़ी, गांव भरवारा मे पांच एकड़ जमीन के कास्तकार चन्दन बताउत हे की मोये पास बारह बीघा जमीन हे। पांच लोगन को परिवार हे। एक स्यान बिटिया बेठी हे। जीखी शादी करने हती। तीन साल से सूखा के कारन शादी नई कर पाउत हे। मोये एक चेक मिली हे। दूसर चेक के लाने छह महीना से सुनवाई होत हे। पे अभे तक मिली नइयां।
कालीचरन, पूरन,मुरली ओर मइयादीन बताउत हे की हम लोगन खा सात-सात हजार रूपइया की चेक मिली हे। दूसरी चेक पाये के लाने चार दइयां, तहसील के चक्कर लगायें हे। पे कोनऊ ने हमाई नई सुनी हे। हर दइयां सौ रूपइया किराओ खर्चा लगा के तहसील आउत हे। हम बड़े कास्तकार हे तो का खेहे। का हमाये परिवार नइयां, जा पेट नई लगो हे।
गांव पारापातर की बारह साल की लड़की नेहा बताउत हे की मोओ बाप 26 जनवरी 2016 खा खत्म हो गओ हतो। मताई छह साल पेहले बीमारी के कारन खत्म हो गई हती। मे अपने दादी के साथे रहत हों, मोये बाप के नाम तीन बीघा जमीन हे। जीखी एक चेक आठ सौ बहत्तर रूपइया की बनी हे। जीमें 30 सितम्बर 2009 की बनी हे ओर ई साल 2016 में मिली हे। दूसर अट्ठारह सौ रूपइया की चेक बनी हे। एई से मे सोचत हों की ई चेक की तारीख बढ़ा दई जाये, चेक मोये दादी यशोदीया के नाम बनाई जाये, जीसे चेकन को लाभ मिल सके।
लेखपाल चेतराम बताउत हे की जभे चेक बनी हती, तभे ईखो बाप जिन्दा हतो। एक चेक हम बना सकत हे यशोदीया के नाम दूसर 2009 वाली चेक मे कछू नई हो सकत हे।
कुलपहाड़ तहसीलदार रामजी बताउत हे की पांच हेक्टेयर जमीन से ऊपर वाले किसानन को बजट नईं आओ हे। ईसे कम जमीन वाले किसानन खा छह हजार आठ सौ रूपइया के हिसाब से कुलपहाड़ तहसील के तीन हजार एक सौ नब्बे किसानन के खातन में बजट भेज दओ हे। अभे बीस करोड़ रूपइया बचो हे। जोन धीरे-धीरे किसानन के खाता में भेजो जात हे। बड़े कास्तकारन को अभे बजट नईं आओ हे। जभे सासन सासन से आहे तो ऊखे भी दओ जेहे।
रिपोर्टर – सुरेखा राजपूत, श्यामकली