महिलाओं के लिए राष्ट्रीय नीति की समीक्षा पर हुई मंत्री समूह की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मर्दों को अपनी रसोई कला को और निखारने के लिए गृह विज्ञान की पढ़ाई करनी चाहिए जबकि महिलाओं को शारीरिक शिक्षा और बचाव के लिए प्रेरित करना चाहिए। और साथ ये जोड़ा कि यह कोशिश समाज से लिंग से जुड़े भेद हटाने के लिए की जानी चाहिए।
सोलह साल में पहली बार इस नीति की समीक्षा की जा रही है। यह नीति महिलाओं को लेकर वर्तमान में मौजूद और उभर रही चुनौतियों, खासतौर से उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार से जुड़ी होगी।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में सुषमा स्वराज ने कहा कि पुरुषों के गृह विज्ञान पढ़ने से महिलाओं को लेकर बनी पारंपरिक मानसिकता को टूटेगी। इस तरीके से पुरुष भी महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सकेंगे। स्वराज ने कहा कि हालांकि महिला और पुरुष दोनों ही काम करते हैं लेकिन महिलाओं पर काम का बोझ ज्यादा रहता है।