फिल्म की कहानी है सुल्तान अली खान (सलमान खान) की। हरियाणा का एक गबरू जवान, जिसके जीवन में कोई लक्ष्य नहीं होता। फिर उनकी जिन्दगी में आती है एक लड़की, कुश्ती विजेता, आर्फा जो सुल्तान को बदलकर रख देती है। आर्फा की वजह से सुल्तान दुनिया का नंबर एक कुश्तीबाज बन जाता है। दिल्ली 2010 के राष्ट्रमंडल खेल इंस्ताबुल में 2011 विश्व कुश्ती प्रतियोगिता और लंदन ओलिंपिक (2012).. इन सभी प्रतियोगिताओं में सुल्तान भारत को जीत दिलाता है। लेकिन फिर सुल्तान के निजी जीवन में एक तूफान आ जाता है। जिसके बाद पर कुश्ती लड़ना छोड़ देता। इसके बाद क्या होता है यह आपको फिल्म देखकर ही पता चलेगा।
सुल्तान के जीवन की ऊंचाइयां जहां आपको खुश कर देगी, वहीं उसके सपनों का टूटना आपको निराश करेगा। फिल्म की पहला हिस्सा ठीक ठाक है। लेकिन इंटरमिशन ज्यादा बांधेगी।
पूरी फिल्म में सलमान ही सलमान हैं। लिहाजा, बाकी सभी किरदार उनके सामने कहीं खोए से लगेंगे। फिल्म देखकर साफ है कि सलमान खान ने सुल्तान के लिए जीतोड़ मेहनत की है। उनकी ट्रेनिंग पर्दे पर साफ झलकती है। फिल्म में सुल्तान की संगिनी बनी आर्फा (अनुष्का शर्मा) ने भी दमदार किरदार निभाया है। कहना पड़ेगा कि अनुष्का ने काफी ईमानदार कोशिश की है।
सभी कलाकारों ने अच्छा अभिनय किया है। सलमान खान- अनुष्का शर्मा कि जोड़ी अचछी हैं। फिल्म में कुश्ती वाले दृश्य भी अच्छे से फिल्माए गये हैं, यही एक बात है, जो आपको फिल्म से बांधे रखेगा।