जि़ला लखनऊ। मवइया की श्रम विहार काॅलोनी में 29 फरवरी को दिन में लगभग साढ़े बारह बजे अचानक आग लग गई जिसमें 200 झोपडि़यां जल के राख हो गईं। इसके साथ ही सामान निकालने की कोशिश में एक व्यक्ति की मौत हो गई। ये लोग बिहार के रहने वाले हैं जो यहां लगभग 80 सालों से रह रहे हैं।
मोहम्मद कलाम ने बताया, ‘‘आग किसके घर से लगी ये पता नहीं लगा। कुछ ही लोग घर पर थे क्योंकि हम मज़दूर लोग हैं। काम के लिए मियां-बीवी दोनों बाहर चले जाते हैं। हमें दूसरे लोगों ने बताया कि बस्ती में आग लगी है। आए तो देखा, सारी मेहनत की कमाई राख हो चुकी थी। कुछ भी नहीं बचा।’’
स्थानीय लोगों ने बताया, ‘‘हमने धुआं देखा फिर अचानक से ब्लास्ट की आवाज़ आई। आसपास के लोग दौड़े। लगभग सात सिलेंडर ब्लास्ट हुए जिससे आग और फैल गई। हम लोगों ने ही पुलिस और फायर ब्रिग्रेड दोनों को फोन किया। लेकिन वो डेढ़ धंटे बाद पहुंची। क्योंकि उस वक्त ट्रेन का समय था और रेलवे फाटक बंद थे। हम लोगों से जितना बन पड़ा, हमने लोगों का सामान निकाला।’’
संतोष और सोनवती ने बताया, ‘‘मेरे पिता पैसे और गहने निकालने घर में गए। इतनी अफरा-तफरी थी कि कुछ पता नहीं चला। बाद में उनकी जली हुई लाश घर में मिली। विधायक ने सबको कम्बल दिए हैं। आस पास के लोग कपड़े दे रहे हैं। डीएम ने मुआवजे़ का आश्वासन दिया है। अभी बसपा पार्टी के प्रत्याशी की ओर से खाने की व्यवस्था हुई है।’’
सात सिलेंडर की ब्लास्ट में 200 झोपडि़यां जली
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