बैडमिंटन में विश्व की नंबर आठ खिलाड़ी साइना नेहवाल ने 12 जून को ऑस्ट्रेलिया सुपर सीरीज अपने नाम कर ली। साइना के लिए यह जीत बेहद जरूरी थी क्योंकि उन्हें यह सीरिज जीते हुए एक साल हो चुका था। इससे भी जरुरी साइना के लिए ऑस्ट्रेलिया सुपर सीरिज में विश्व के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेलना रहा।
आश्चर्य की बात यह है कि अब तक की साइना द्वारा खेली गयी प्रतियोगिताओं में उनका आक्रामक रूप देखने को नहीं मिला था। भारत की नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी साइना इस मुकाम पर अपने परिश्रम से पहुंची हैं।
साइना के खेल में पहले से कई नए बदलाव भी आएं हैं अपने खेल के नए बदलाओं के बारे में साइना का कहना है कि, “मेरे खेल ने मुझे खुद चैंकाया है। यह मैं पहले नहीं करती थी। भविष्य में भी मैं इस तरह का आक्रामक खेल खेलना चाहती हूं।”
बैडमिंटन खेल के समीक्षकों के अनुसार, साइना के खेलने का अंदाज, विराट कोहली की जोरदार बल्लेबाजी की तरह ही है, जिससे साइना खुद सहमत हैं। इस पर साइना का कहना है कि “क्रिकेट के मैदान में जैसा प्रदर्शन विराट कोहली करते हैं, मैं अपने खेल को वैसा बनाना चाहती हूं। जितना जोरदार उनका खेल, उतना अच्छा उनका प्रदर्शन। बैडमिंटन के बाकी खिलाड़ियों में जो तेज और जोश है, मैं भी वैसा ही खेल खेलना चाहती हूं।”
साइना के इस अद्भुत प्रदर्शन से रियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में गोल्ड मैडल हासिल करने की उम्मीद बढ़ गयी है।