जिला महोबा, ब्लाक कबरई, गांव भण्डरा। एते की कछू ओरतन की विधवा पात्र होय के बाद भी पेंशन खा भटकत हे। सर्वे करे वाले कर्मचारिन ने ऊखो गलत गांव चढ़ा के पेंशन रोक दई हे ऊं बैंक तहसील ओर अधिकारिन के चक्कर काटत हंे।
किशन देवी ने बताओ कि मोये आदमी खा मरे दस साल हो गए हे। तभई से मोयें विधवा पेंशन मिलत हती। मोओ खाता संख्या 22090034135 हे। अब दो साल से मोई पेंशन रोक दई हे। जीसे में आपन खर्च चलायें के लाने एक-एक रूपइया खा तरसत हों।
हरबी ने कहो कि मोई खाता संख्या 22090034155 हे। मोए भी विधवा पेंशन मिलत हती, पे अब नई मिलत हें। मोए एक लड़का हे, जोन दिल्ली में रहत हे। आपन कमात हे ओर दारू पियब हे। दो-दो साल घरे नई आउत हे। जीसे में आदमियन से मंगा के खात हों। पेंशन मिलत हती तो अपने अकेले जी को खर्च चल जात हतो। अब ऊ भी तीन साल से नई मिली हे। जीसे बोहतई परेशान हे।
जिला प्रबोशन अधिकारी बी.एस. निरंजन ने बताओ कि उन्हे 2011-2012 में विधवा पेंशन ज्योरइया गांव के नाम में मिलत हती। ऊ भण्डरा गांव की आय। जभे सर्वे भओ हे तो आदमियन ने बताओ होहे कि ऊ एते की नोयें एई से ऊखी पेंशन रोक दई हे। अब मोये जानकारी मिली हे तो गांव को नाम सही करा के दुराबा से पेंशन भेजी जेहे।
सर्वे के दौरान रोक दई पेंशन
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