जिला वाराणसी, नगर क्षेत्र, दशाश्वमेध घाट। इहां पर एक महिला अपने दू लइकियों को लेकर सर्कस दिखा के वही से आपन आउर अपने बच्चन के पेट पाललीन।
दशाश्वमेध घाट के कुसुम के कहब हव कि हम दस साल से सर्कस देखाइला। जेमन हमार दुनो बिटियन भी हमरे साथे सर्कस देखावलीन। इ काम हम अपने ससुराल से करत हई। हमार पति रिक्शा चलावलन। इ काम हम करीला त घर वालन कुछ नाहीं बोलतन कि तू का करत हउ का नाहीं। हमरे परिवार में सब काम करला।
एक दिन में सर्कस दिखा के सौ दो सौ कमा लेइला। एही से हम अपने बच्चन के परवरिश भी करत हई। पेट खातिर त हम इ सब करत हई। हम इ काम ए घाट से उ घाट पर जाके करल करीला। कभी इस घाट पर त कभी उस घाट पर सर्कस देखाइला।
सर्कस देखा के चलत परिवार
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