बुंदेलखण्ड के महोबा के कबरई अउर चित्रकूट जिला के भरतकूप कस्बा मा पहाड़ मा पत्थर का खनन होत हवै। पहाड़ का ठेका तौ खनिज विभाग पत्थर के खनन खातिर ठेकेदार का दइ देत हवै, पै या नहीं देखत आय कि पहाड़ का पत्थर कहां चिटक के आवत हवैं।
पत्थर खोदाई से धूल उड़त हवै अउर प्रदूषण फइलत हवै। यहिसे मड़इन के स्वास्थ्य मा भी असर परत हवै। ंकिसानन के फसल मा धूल उड़ के जमत हवै। खदान धंसै के कारन कत्तौ कत्तौ मजूरन के मौत भी होइ जात हवै।
येत्ती गम्भीर समस्या होय के बादौ पुलिस प्रशासन मड़इन के समस्या खतम करै मा नाकाम हवै। भरतकूप चैकी के पीछे गांव भारतपुर का मजरा रामपुरमाफी बसा हवै। वा पुरवा मा पुलिस दिन मा चार दरकी आ जा सकत हवै।
आखिर खनिज विभाग का सोच के ठेकेदार का बस्ती के लगे पहाड़ का ठेका देत हवै। डी.एम. का भी समस्या से जूझैं वाले लोगन के समस्या का समझैं के जरूरत हवै? तबहिने पहाड़ के पत्थर आवैं से परेशान होय वाले मड़इन का बचावा जा सकत हवै। यहिके साथै भरतकूप मा पीढि़न से चली आ रही इनतान के गम्भीर समस्या का खतम कीन जा सकत हवै। या बात खातिर शासन प्रशासन का, का कउनौ चिंता नहीं रहत आय। यहिका ध्यान देब जरुरी हवै।
समस्या गम्भीर, पै कसत खतम होइ
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