जिला महोबा, ब्लाक कबरई, गांव झिर सहेवा। एते के आदमियन ने 8 मार्च खा महोबा एस.डी.एम. सुशील प्रताप सिंह खा दरखास दई हे। जानवरन के लाने भूसा, पानी ओर ओलावृस्टि के चेक की मांग करी हे।
रामकुमार ओर परमा कहत हे हमाये गांव में अभे तक जानवरन के लाने भूसा नई बटों हे, गांव के आदमियन ने अपने जानवर खुला छोड़ दये हे। आदमियन ने जोन ट्यूबवेल से कछू खेती बोई हती, ऊ सब बर्बाद होत हे। रात भर जागने परत हे, अगर तनकऊं सो गये तो सब खा जात हे। भूसा बट जाये तो आदमी अपने जानवर बांध लेहें। विश्वनाथ ओर जगनारायण कहत हे की जानवर प्यासे घूमत हे। पानी की कोनऊ व्यवस्था नइयां। हमाये एते नदी हे, नदी में गड्ढा बनवा दये जाये तो पिये खे लाने सुविधा हो जेहे। जुगल किशोर ओर राजाराम बताउत हे की हमाये गांव को लेखपाल छह महीना से चेक के लाने भटकाऊ हे। अभे तक हमाई चेक नई खाता मे लगाई हे। हम लोग खायें के लाने एते ओते भटकत हे। हमाये चार-चार, छह-छह बच्चा हे। मेहनत मजदूरी कहूं ज्यादा नईं लगत हे, मजदूरी भी समय से नईं मिलत हे। अगर हमाओ रूपइया आ जेहे तो ज्यादा परेषानी न हो हे।
एस.डी.एम. सुशील प्रताप सिंह कहत हे की भूसा के लाने पशु अधिकारी से बात करके ओते बटवाओं जेहे। महोबा जिला खा ओलावृष्टि ओर अतिओला ओलावृस्टि को नब्बे करोड़ रूपइया मिलने हतो। अभे पचहत्तर करोड़ रूपइया आओ हतो, जोन बट गओ हे। लेखपाल काम करें मे लापरवाह हे। एई से इनखे दूसर चेक नईं मिल पाई हे। अब जभे दूबारा से सासन रूपइया भेजहे तभई मिलहे, लगभग एक महीना लग जेहे।
समस्या खा लेके एस.डी.एम. खा दई दरखास
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