बुंदेलखण्ड के इलाका मा सरकार सफाई कर्मिन के नियुक्ति करिस हवै, पै ज्यादातर सफाई कर्मी सफाई नहीं करत हवैं। चित्रकूट जिला मा कुल छह सौ तेइस सफाई कर्मी सरकारी हवैं अउर संविदा मा तिरेपन सफाई कर्मी हवंै।
जिला मा सफाई कर्मी होय के बादौ गंदगी अउर कूड़ा का ढेर लाग रहत हवै। इनतान का मामला अबै भी हाल मा कस्बा अउर गांव मा देखै का मिलत हवै। गंदगी के कारन मड़ई परेशान हवंै। गंदगी से कइयौतान के बीमारी भी होइ सकत हवै। सफाई कर्मिन का लइके समसया हवै।
जबैकि भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र सिंह मोदी 2 अक्टूबर 2014 का दिल्ली मा एक वाल्मीकि बस्ती मा झाड़ू लगा के स्वच्छ भारत अभियान के शुरुआत करिस रहै। स्वच्छ भारत अभियान का जमीनी स्तर मा कसत अउर कउनतान उतारा जा सकत हवै। बड़ी बड़ी बातैं करै अउर भाषण दें से कउनौ काम नहीं होइ सकत हवै? यहै से जरुरी हवै कि सफाई कर्मी आपन ड्यूटी हमेशा समय से करैं अउर मड़इन का भी अपने आस पास सफाई राखैं के जरुरत हवै। अगर इनतान मा स्वच्छ भारत अभियान कसत सफल होइ सकत हवै?
सफाई जरूरी हवै
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