उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या के आंकड़ों ने पहली बार यहां के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नींद भी उड़ा दी है। उन्होंने 6 नवंबर को परिवहन एवं यातायात और पुलिस विभाग के अधिकारियों को कई निर्देश दिए और फटकार भी लगाई। पुलिस के अनुसार तेज गाड़ी चलाने वालों, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों और सुरक्षा बेल्ट न बांधने वालों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश मिले हैं। हालांकि सितंबर महीने में ही सड़क सुरक्षा नीति घोषित की जा चुकी थी। लेकिन अब इसे कड़ाई से लागू करने का आदेश मुख्यमंत्री ने दिया है। जैसे अगर किसी ने हेलमेट नहीं पहना है या फिर सीट बेल्ट नहीं लगाई है तो उसे पेट्रोल नहीं मिलेगा। परिवहन और सड़क सुरक्षा आयुक्त के. रविंद्र नायक के अनुसार लोग जल्दबाजी में यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। जिस कारण हादसे होते हैं।
साल 2014 में हुए हादसे
2014 के शुरू के तीन महीनों में दुपहिया वाहन चलाते समय बारह सौ हादसे हुए। पांच सौै चैरानवे लोग मर गए। सभी तरह के सड़क हादसों को देखें तो सात हजार इकत्तीस दुर्घटनाएं हुईं। कुल हादसों में तीन हजार सात सौ साठ लोग मारे गए।