जिला बांदा, ब्लाक तिन्द्वारी, गांव पदारथपुर तीन साल पहिले हेंया सचिवालय बनावा गा रहै। सरकार लाखों रुपिया खर्चा कइके सचिवालय तौ बनवा दिहिस पै आज या खडंहर जइसे पड़ा है। हेंया कउनौ अधिकारी आवत आहीं न कउनौ मींटिंग होत आय। सचिवालय के हालत देख के पता लागत है किनतान सरकारी रुपिया का उपयोग कीन गा है।जिला बांदा, ब्लाक तिन्द्वारी, गांव पदारथपुर तीन साल पहिले हेंया सचिवालय बनावा गा रहै। सरकार लाखों रुपिया खर्चा कइके सचिवालय तौ बनवा दिहिस पै आज या खडंहर जइसे पड़ा है। हेंया कउनौ अधिकारी आवत आहीं न कउनौ मींटिंग होत आय। सचिवालय के हालत देख के पता लागत है किनतान सरकारी रुपिया का उपयोग कीन गा है। लाला अउर देवी दत्त मिश्र का कहब है कि सचिवालय के हालत बहुतै ख़राब है सगले से टूट गा है अउर छत मा पानी भरा रहत है काहे से छत मा प्लास्टर नहीं कीन गा आय। मड़ई सचिवालय के खिड़की दरवाजा सब निकाल लइ गें हैं। प्रधान से कहौ तौ प्रधान कहत कि तुम्हें का करै का है यहिसे नींक सचिवालय के जघा गरीब मड़इन के रहै का कलोनी बनवा दीन जात तौ गरीबन का रहै खातिर होइ जात। पूर्व प्रधान बिंदा अउर शिव सागर बताइन कि सचिवालय मा कूड़ा का ढ़ेर लाग रहत है एकौ दरकी हेंया मीटिंग नहीं कीन गे आये न एकौ अधिकारी पूछताछ करै आय आहीं। स्कूलन मा मींटिंग कीन जात है। सचिवालय का तौ मड़ई शौचालय बनाये है। पंचायत मित्र मुखिया का कहब है कि जबै शौचालय बनत रहै तौ वा समय के प्रधान ठेकेदार से सरिया कम होय करे बात कहिस रहै। सचिवालय तुरंतै टूटै लाग है। हेंया 3 साल पहिले भी आर वी आर जी एफ के तहत मिनी सचिवालय बनावा गा रहै।
रिपोर्टर- शिव देवी
Published on Jul 20, 2017