पिछले पैंतिस सालों में 8 असफल कोशिशों के बाद आखिरकार इस बुधवार 18 दिसम्बर को लोकपाल लोकायुक्त विधेयक ध्बिल संसद में पास हो ही गया। राज्यसभा में तो यह मंगलवार को ही पास हो गया था। बुधवार को सरकार ने इसे लोकसभा में रखा. बी जे पी, वाम दलों और अधिकतर पार्टियों के समर्थन से ये पास हो गया. सपा ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि ये देश के हित के खिलाफ है और चर्चा के दौरान लोकसभा से बाहर निकल गई।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त, इस मशहूर बिल को पास करवाने के लिए अन्ना हज़ारे 9 दिन से महाराष्ट्र के रालेगांव सिद्धि में अनशन पर बैठे थ। इसके पास हो जाने पर उन्होंने अनशन तोड़ दिया और वहां चारों ओर जश्न का माहौल दिखा।