जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव गोरखा। ई गांव मे शैचालय न होंय के कारन आदमी एक किलोमीटर दूर शौच के लाने जंगल में जात हे। बूढ़े ओर बच्चन खा रात बिरात मे परेशानी होत हे। जीसे आदमी शौचालय की मांग करत हे।
राजू यादव कहत हे की हमाये एते घनो जंगल हे। ओई जंगल मे आदमी ओरते शौच के लाने जात हे। जीसे कोनऊ भी घटना घटे को डर लगो रहत हे। रामगोपाल कहत हे की शौच के लाने गांव से एक किलोमीटर दूर जाने परत हे। रात बिरात शौच के लाने कहूं जघा नइयां। एई से हम शौचालय की मांग करत हे।
देवकरन पाल बताउत हे की हमने पूर्व प्रधान से दस दइयां कहो हतो की शौचालय बनवा देय तो ऊने नई सुनी हे। नये से भी कहत हे। अगर शौचालय बन जेहे तो नींक रेहे। काय से आज कल आदमी अपनी पुरानी दुश्मनी बहू बिटियन से भजांउत हे।
सचिव अमित खरे कहत हे की पिछली पंचवर्षीय मे पैसठ शौचालय आये हते। चुनाव के कारन नईं बन पाई हती। जोन ई प्रधानी में बनहे। चालिस आदमियन के बन गये हे। बाकी जोन बची हे ऊमें एक हफ्ता के भीतर काम शुरू करा दओ जेहे।
रिपोर्टर – सरोज सैनी