जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव जारौमाफी अउर कोटा कंदैला समेत पांच गांव। इं गांव के हजारन मड़ई 21 अक्टूबर 2013 का मानिकपुर ब्लाक मा धरना धरिन। धरना धरं का उद्देश्य हवै कि उनका शौचालय मिलै। बिटिया अउर मेहरिया खुले मा टट्टी करैं जात हवै तौ कइयौतान के घटना होत हवैं।
या मामला मानिकपुर ब्लाक प्रमुख श्याम बिहारी से बात भे उनकर कहब हवै-“ हर गांव मा बीस घरन के बीच मा सामूहिक शौचालय बनवावै खातिर सरकार कइती से बजट पास करावा जई। या बात तौ सही आय कि मेहरियन अउर बिटियन के साथै रोजै घटना होत हवैं।।”
जारौमाफी गांव के सुरतिया अउर डोड़ामाफी गांव के सुनीता समेत कइयौ मेहरिया कहिन कि हमार गांव जंगल के किनारे बसा हवै। दिन होय या फेर रात मजबूरी मा टट्टी करै खुले मा जाये का परत हवै।
यहिनतान कइयौ मेहरिया कहिन कि जंगली जानवरन का डेर बना रहत हवै। ऊपर से मेहरिया अउर बिटियन के साथै छेड़खानी अउर बलात्कार जइसे कि घटना होइ सकत हवैं। अगर शौचालय बन जाये तौ हमहूं का नींक होइ जाये। या कारन शौचालय खातिर मानिकपुर ब्लाक मा धरना धरिन तौ ब्लाक प्रमुख श्याम बिहारी भरोसा दिहन हवैं।
शौचालय खातिर धरिन धरना
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