जिला महोबा, शहर महोबा 11 मार्च को उत्तर प्रदेश सरकार बनत ही अवैध बूचरखाने बंद कराबे को आदेश आओ तो लेकिन संगे वैध बूचरखाने में भी तालो लगा दओ गओ। 31 मार्च को नए नियम के तहत बूचरखाने को खोलो गओ लेकिन फिर से 24 अप्रैल से महोबा जिला के बूचरखानेन को कछू दिन के लाने बंद कर दओ गओ।बर्ष 2015 और 2016 में एक हजार आदमी बेरोजगार हे अब बूचरखाने बंद होबे से जा प्रतिशत में दर बढ़बो आसान हे।
बिलकिस ने बताई के पहली बार हमाई जिन्दगी में बूचरखानों बंद भओ अब आदमी परेशान घूम रए। हमाय पास लाइसेंस हतो लेकिन हमाओ आदमी मर गओ सो हमे पतो नइया के किते गओ।
रुक्सार ने ताई के हमाय बूचरखाने चालू होने चाहिए अगर बूचरखाने नइ चल हे तो हमाय घर वाले का कर हे सब जोई करत और कोनऊ दूसरो धंधो हे नइया।
हाजी रज्ज्व ने बताई के हमाय पुरखा जोई काम करत आय और लाइसेंस भी जारी होत आय। और हम ओरे नंबर एक को काम करत। जब से सरकार बनी कम से कम चार पांच लाख को घाटो आ गओ।
लाइसेंस तो सबके पास हते लेकिन अब जो नए बने बे कोऊ के आ गये अबे कछू नइ आय। अगर चार दिन में नइ खुल रओ तो कोर्ट में जेहे मुख्यमंत्री के पास जेहे। हमाय जिला के अधिकारी ने वादा करो के चार पांच दिन में खुल जेहे अगर नइ खुल हे तो अनशन पे बैठ हे भूख हड़ताल कर हे।
रुस्तम खान ने बताई के जब सालन से उनको जोई धंधो चलो आ रओ और न महोबा में गाय कटत और समय समय पे डॉक्टर भी चेक कर रए के जे लोग बीमार जानवर तो नइ काट रए। शादी रुकी बच्चा खाना नइ खा रए।
सरकार को पहलों नारा हतो सबको विकास सबको साथ लेकिन हमे विकास तो कछू नइ दिखा रओ। अब उनको केबो हे के मुस्लिम ने हमे वोट नइ दए तो उन्हें परेशान करो जा रओ। बतुलन ने बताई के हमाई मोड़ी की जई महिना में शादी हती अब नइ कर रए गोस्त मांग रहे किते से लियाबे। हमाई मोड़ी बिना शादी की बैठी।
रिपोर्ट- खबर लहरिया ब्यूरो
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05/05/2017 को प्रकाशित