दुनियाभर में कई लोग ऐसे भी हुए जिन्हें भागदौड़ नहीं भाती थी। इन्हें भाता है तो प्राकृतिक वातावरण। दुनियाभर के ऐसे ही कुछ लोगों ने अपने शहरी जीवन को छोड़कर चुना प्राकृति के बीच रहना। यहां बड़े बड़े मॉल नहीं थे। बिजली पानी की दिक्कत थी। सपाट सड़कें नहीं थीं। रेल नहीं थीं। पर जंगलों के बीच इन्हें शांति मिलती थी। रोज़मर्रा की जि़ंदगी जीने के लिए यह लोग कई किलोमीटर चलकर अपने लिए समान जुटाते थे। लेकिन शोरशराबे भरी जिंदगी में नहीं लौटना चाहते थे।
फ्रांस देश के जंगल वाले इलाके में मिस्टर ब्राय नाम के एक व्यक्ति ने कई साल गुज़ारे। उसने अपना घर बनाया। दरअसल वह पर्यावरण को लेकर काम कर रहे थे। पर्यावरण को करीब से महसूस करने के लिए उन्होंने और उनकी टीम ने घने जंगल में अपने घर बनाए।
स्पेन देश के साइरिया नवादा गांव में एक अंग्रेज सिएरा केट नाम की अंग्रेज महिला ने अपने लिए ज़मीन खरीदी थी। जहां उसने लकड़ी और घास से अपने लिए घर बनाया था। यह शौचालय भी खुद अपने हाथों से बनाया था।