मध्य प्रदेश के मंत्री गोपाल भार्गव ने घरेलू उत्पीड़न के मुद्दे और गांवों में शराबी पतियों से पीड़ित महिलाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए, एक अजीब फैसला लिया। उन्होंने गरहाकोटा में एक सामूहिक विवाह के दौरान सैकड़ों दुल्हनों को उपहार में लकड़ी के बैट्स प्रदान किये। स्थानीय भाषा में 15 इंच लंबे इस बैट को ‘मुंगरी’ कहा जाता है और इसका इस्तेमाल कपड़े धोने में किया जाता है।
उन्होंने कहा कि उपहार देने की वजह है कि अब ये पत्नियां घरेलु हिंसा से निपटने में पीछे न हटे। दुल्हनों से कहा गया है कि पति के आक्रामक होने की स्थिति में वो इसे एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करें। क़रीब 700 दुल्हनों को दिए गए इन बैट्स पर लिखा है, ‘शराबियों के सुटारा हेतु भेंट।’ मंत्री ने महिलाओं से कहा कि मुंगरी का इस्तेमाल करने से पहले वो अपने पतियों को समझाने की कोशिश ज़रूर करें।
किस तरह से ये एक समाज सुधार का उपाय नज़र आ रहा है मंत्रीजी को, या सरकार को, ये समझना असंभव है।