मुम्बई। समुद्र के किनारे, सितारें भरी शाम में, जहां खबर लहरिया को 2014 का मेरिको अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा था, हमे फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन से मुलाकात करने का मौका मिला। महिला पत्रकार होने के नाते हमने उनकी जिंदगी उनसे कुछ खास बातें कीं।
पत्रकार – आपने फिल्मों में काम करना कैसे शुरू किया ?
विद्या बालन -लोगों ने मुझे पहले बहुत डराया। उनका कहना था कि फिल्मों में काम करना अच्छा नहीं है। मैंने पहले टीवी पर विज्ञापन में काम किया, फिर टीवी सीरियल में। फिल्मों में मैं 2006 में आयी, मेरी पहली फिल्म थी परिणीता। मेरे परिवार से कोई भी फिल्मों में काम नहीं करता है, पर मुझ पर किसी ने कभी कोई रोक नहीं लगाई।
पत्रकार – आपने फिल्मों जैसे मुश्किल क्षेत्र क्यों चुना?
विद्या बालन – मुझे फिल्मों में अलग अलग अनुभवों से भरी जिंदगियों को दिखाने का शौक हमेशा था। इसलिए मैं अभिनेत्री बनी। मुझे यह भी लगता था कि हमारी फिल्मों में महिलाओं की पहचान मुख्य भूमिका के तौर पर नहीं देखी जाती है। हिंदी फिल्मों में पुरुष के लिए तो करने को बहुत कुछ होता है। पर महिलाएं सिर्फ उनके साथ होती थी। मुझे लगा कि ऐसी फिल्में करूं जहां मुख्य भूमिका में महिलाएं हों।
विद्या बालन से खास बातचीत
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