जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव तिलौली का मजरा चन्दई । हिंया के फूलकली वहिके मनसवा भूरे अउर नन्हू उंई एक बरस से विकलांग पेंशन खातिर परेशान हवंै। दरखास लइके हिंया हंुवा अधिकारिन के चक्कर लगावत हवैं।
हिंया के मड़इन का कहब हवै कि हम गरीब मड़ई आहिन। हमरे एकौ बिगहा खेती नहीं आय न काम कइ पाइत हन। अगर हमै पेंशन मिलै लागे तौ नींक होय। पेंशन से दुइ जून रोटी खा सकित हन। प्रधान से कहित हन तौ वा नहीं सुनत आय।
प्रधान चन्द्रकली का कहब हवै कि मोहिका पता नहीं रहै। उंई नहीं बताइन आय। अगर बतावत तौ मैं उनके साथै मदद करतेंव।
जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव पहरा का बरूई पुरवा। हिंया के चुन्ना तीन बरस से वृद्धा पेंशन खातिर परेशान हवै। वृद्धा पेंशन खातिर कइयौ दरकी प्रधान सुग्रीव सिंह से कहा गा, पै कउनौ सुनवाई नहीं भे आय।
पुरवा के चुन्ना का कहब हवै कि गरीब मड़ई हौं। बुढ़ापे मा हाथ गोड़ भी नहीं चलत आय कि कुछौ काम ध्ंाधा कइ सकौं। दुइ लड़का हवैं। उंई आपन परिवार चलावत हवंै। मोहिका बुढ़ापे मा कउनौ का सहारा नहीं आय। यहै से सांेचत हौं कि अगर वृद्धा पेंशन मिलै लागै तौ थोइ नून रोटी का होइ जई। प्रधान सुग्रीव सिंह से वृद्धा पेंशन का कहिके हार गयेंव, पै वा कुछौ ध्यान नहीं दिहिस।
प्रधान सुग्रीव सिंह का कहब हवै कि वहिका फार्म छह महीना पहिले भरवा दीन गा हवै। वृद्धा पेंशन पास होइ तौ मिलै लागी।
विकलांग, वृद्धा पेंशन के करत मांग
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