जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव मुरवां। हेंया के गीता 2010 से वारिस प्रमाण पत्र बनवावैं का लइके परेशान है। यहिके बाद भी लेखपाल अउर सचिव वारिस प्रमाण पत्र नहीं बनवावत आय। यहिसे 2 अप्रैल 2013 का नरैनी तहसील मा दरखास दिहिस है।
गीता कहिस-“मोरे महतारी गुलाब बाई के मउत बहुत पहिले होइगे रहै। बाप बजरंग सहाय के मउत 20 जनवरी 2010 मा होई गे। उनके कउनौ दूसर वारिस नहीं रहा आय। मैं अकेले बिटिया रही हौं। उनके मउत के बाद से मैं आपन वारिस प्रमाण पत्र बनवावै चाहत हौं, पै न मोर सचिव सुनत आय अउर न लेखपाल रिपोर्ट लगावत आय। यहिसे मैं तहसील मा लेखपाल के अउर सचिव के चक्कर लगावत फिरत हौं। मैं लेखपाल के पास बाप महतारी का मृत्यु प्रमाण पत्र अउर परिवार रजिस्टर के नकल जमा कई चुकी है।”
लेखपाल भैंरव प्रसाद का कहब है कि वहिके पास मृत्यृ प्रमाण पत्र निहाय न परिवार रजिस्टर के नकल आय। यहिसे रिपोर्ट नहीं लगाई गे आय। इ दूनौ चीजै लइके दे तबै वहिका काम होई।
वारिस प्रमाण पत्र खातिर परेशान
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