जिला बांदा। कचेहरी कम्पाउंड के भीतर सैकड़न वकील के बीच बइठै वाली एक मात्र औरत वकील साधना द्विवेदी हैं। वकालत के साथै आपन आत्मविश्वास के बल मा कइयौतान के चुनौतिन का पार कइके मड़इन के मदद भी करत हैं। आवा उनके एक यहिनतान के केस के बारे मा उनके अनुभव का जानी। साधना बतावत है-“ मैं 16 अक्टूबर का एक महतारी से बिछुड़े चार बच्चन का मिलायेंव। या काम करैं मा मोहिका सुकून मिला अउर वा महतारी का आपन बच्चा। बांदा शहर के मोहल्ला खांईपार के निखहद खातून के शादी पन्ना जिला के बरौली गांव मा 5 जून 2007 मा भे रहै। आपसी विवाद के चलत एक महीना पहिले पति अतीब अहमद चार बच्चन का छीन के घर से निकाल दिहिस। निखहद खातून आपन समस्या बताइस अउर कानूनी मुकदमा कइके कारवाही करैं का कहिस। साथै आपन बच्चन से बिछड़ै के पीड़ा बयान करिस। मैं तबहिन ठान लीनेंव कि चाहे जउन चुनौती का सामना करैं का परै बच्चा दिला के रइहौं। मैं एस.पी. से या मामला के बारे मा बतायेंव। उंई मोहिका कुछ पुलिस के व्यवस्था करिन। अजयगढ़ अउर पन्ना के घाटी का पार करत कउनौतान बरौली गांव के तहत आवैं वाली पुलिस चैकी चंदवारा पहुंचिव होंआ से पुलिस से मदद न मिलै मा अजयगढ़ थाना पुलिस से मदद मांगेव। पुलिस या काम खातिर कोर्ट के आदेश का आर्डर मांगत रहै। पुलिस अधिकारी से बात करत करत बात बन ही गे। अउर निखहद खातून का दूधमुही बच्ची ही नहीं चारौं बच्चा मिल गें।
वकालत अउर मदद करैं मा मिलत है सुकून
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