खबर लहरिया ग्रामीण स्वास्थ्य लोगों को थी रोजगार की उम्मीद पर मिल रहा सिर्फ प्रदूषण बाराबंकी के पोखरा गाँव में

लोगों को थी रोजगार की उम्मीद पर मिल रहा सिर्फ प्रदूषण बाराबंकी के पोखरा गाँव में

बाराबंकी जिला के तहसील हैदरगढ़ के पोखरा गाँव मा 2002 मा चीनी मिल कै निर्माण भा । गाँव वालेन का उम्मीद रही की उनका नौकरी अउर अन्य सुविधा मिले। लकिन मिला गन्दा पानी जवन रास्ता ख़राब कै चुका बाय।
रामदेव के कहब बाय की चारो तरफ से पानी भरिगा बाय निकरै कै जगह नाय बाय। मच्छर खाय लियाथे। साठ पैसठ हजार कै बीघा देहे रहेन सिर्फ एक बीघा कै एक लाख पायन। आठ बीघा मा सिर्फ एक लाख मिला बाय अउर नौकरी नाय मिली हमरे सबके घर कै मनई मील के अंदर नाय जाय पउते। झूठा दिलासा दिया गा बाहर-बाहर कै मनई काम कराथे। मिथलेश कै कहब बाय की मील के गंदे पानी से बिमारी फैलत बाय।
माता बदल कै कहब बाय कि चीनी मिल से सबसे बड़ी दिक्कत पानी बहय कै बाय रास्ता नाय बाय आवै-जाय का। मील से हमरे सबका कउनौ फायदा नाय मिला।
रामदेव कै कहब बाय कि दुसरे-दुसरे गाँव के मनइन का सुबिधा मिली हमरे सब हर एक समस्या से जूझत हई हिया तक की एक नल भी नाय बाय।
लालता प्रसाद कै कहब बाय कि महिला गर्भवती रही रास्ता न हुवय से साधन नाय मिल पाय अस्पताल लै जाय मा थोड़ा दिक्कत होयगए बच्चा ख़तम होइगा । गन्दा पानी के निकासी के ताई कइव बार मील मा अप्लिकेशन दिहन लेखपाल, तहसील मा भी दिहन लकिन सुनवाई नाय भय।
चीनी मील इकाई कै प्रमुख योगेश कुमार ऑफ़ कैमरा सारा आरोप इनकार कै दिहिन।
रिपोर्टर-नसरीन 

Published on Nov 17, 2017