लोकसभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का आज किडनी की बीमारी के चलते निधन हो गया है। चटर्जी कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था।
वामपंथी विचार धारा से जुड़े सोमनाथ की हर पार्टी के नेताओं से अच्छी दोस्ती थी। लोकसभा के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने अपने काम का काफी अच्छे से संचालन किया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, “सोमनाथ-दा के निधन पर दुखी हूं। उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं। यह हमारे लिए एक बड़ी क्षति है।”
पिछले महीने सोमनाथ चटर्जी को मस्तिकाघात के बाद अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ा था। पिछले 40 दिनों से चटर्जी का उपचार चल रहा था। दस बार लोकसभा के सदस्य रहे चटर्जी माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य रहे थे। वह 2004 से 2009 के बीच लोकसभा के अध्यक्ष रहे।
हालांकि उनकी पार्टी के संप्रग-1 सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। इसी के बाद 2008 में उन्हें माकपा से निष्कासित कर दिया गया था।
बता दें कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी मशहूर वकील निर्मल चंद्र चटर्जी के बेटे थे। निर्मल चंद्र अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक भी थे। सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत 1968 में की और 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे। 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए और इसके बाद राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।