जिला बांदा, ब्लाक तिंदवारी, कस्बा चिल्ला। हेंया नये राषन कार्ड बनैं मा होड़ मची है। यहिकर फायदा साइबर कैफे वाले भारी भरकम के कीमत कमात हैं।
साइबर कैफे मा फोटो कापी, राषन कार्ड फार्म भरंै, आनलाइन फार्म भरैं के साथै चालू सिम बेंच के गरीब अउर अनपढ़ जनता से रुपिया लूटै के लूट मची है।
फार्म भरैं आये डिघवट गांव का कामता, तारा का अवधेश, पदारथपुर का राजा बताइन कि एक राषन कार्ड बनावैं मा पुरान राषन कार्ड, पास बुक अउर पहचान पत्र के फोटो कापी करावैं मा बीस रुपिया लेत हैं। जबै की एक फोटो कापी कराई दुई रूपिया लागत है। आनलाइन रजिस्टेªषन करैं मा सौ रूपिया लेत हैं। रजिस्टेªषन के बाद निकला राशन कार्ड का फार्म भरैं वाला तीस रुपिया लेत है। फार्म भरैं के मजबूरी मा सौ रूपिया के सिम लें का परत है। इं सिम वोडाफोन या एयरटेल के होत हंै। साइबर कैफे वाले सिम आपन मोबाइल मा डाल के मैसेज देख लेत हैं। वा सिम मा आवा राषन कार्ड रजिस्टेªषन अप्लीकेषन नम्बर देख के लिख लेत हैं अउर सिम लउटा देत हैं। मोबाइल न होय से सिम हमरे काम का निहाय।
साइबर कैफे का दुकानदार छंगा कहिस कि दुकान मा इस्तेमाल होय वाली चीजन के हिसाब से रुपिया लेत हन।
बांदा जिला पूर्ति अधिकरी गौरव प्रकाष चैधरी का कहब है कि मोबाइल के जरुरत तौ परबै करी। सरकार के व्यवस्था मा हम कसत टिप्पणी कई सकत हन। सरकार का मानब है कि आज के युग मा नब्बे प्रतिषत लोगन के पास मोबाइल है। लोग सिम कतौ से भी खरीद सकत हंै। यहिमा कारवाही करैं का कउनौ तुक नहीं बनत आय।
लूट सकौ तौ लूट
पिछला लेख