जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत कुशमारी, गांव उफरौलिया गोट। उहां लगभग 1982 मे ही लिप्ट सिंचाई बोरिंग बनलई। लेकिन बिजली न रहे के कारण चालू न भेलई। ओई पर फेर से मरम्मती के काम लगभग बारह दिन से चल रहल हई।
उहां के छठु दास, रामप्रवेश महतो, किरण देवी सब कहलथिन कि इहां बोरिंग बहुत दिन पहिले बनलई लेकिन चालु न भेलई। हम सब प्राइवेट से खेत में पानी एक सौ पच्चीस रूपइयें घंटा पटवइले। अब इ बोरिंग चालु हो जतई त खेत में पानी पटावे के सुविधा हो जतई अउर पटवन में कम रूपईया लगतई।
लघु जल संसाधन विभाग के स्टाॅन बाबू श्याम सुन्दर प्रसाद यादव कहलथिन कि उहां बोरिंग बनल रहई, लेकिन बिजली न रहे के कारण चालू न भेलईं। 1979 में बिजली लगावें के लेल बिजली विभाग के इहां पचास हजार रूपइया जमा कयल गेल रहई। लेकिन जब बिजली न अलई त चालु न भेलई। अब चालु करे के लेल आदेश आ गेल हई त विभग से ही बिजली लगायल गेलई ह। नया सीरे से चालु कयल जतई। अभी भवन के मरम्मत, नाला, पाइप सब के काम हो रहल हई। जेई के लेल वजट डेढ़ से दु लाख के बीच हई। उहां दस से पंद्रह दिन में बोरिंग चालू कयल जतई।