उत्तर-प्रदेश सरकार की कर्ज माफ़ी का फायदा अभी भी किसानों तक नहीं पहुंचा है। ललितपुर जिले के महरौनी ब्लाक के कोरवास गांव में 25% लोगों को ही कर्जमाफी से छूट मिली है। जबकि 75% किसान कर्ज के लिए चक्कर काट रहे हैं। यहां किसी का बारह, बाईस, पचास और किसी का एक लाख कर्जमाफ हुआ है। इनके पास जमीन भी कम है, लेकिन आज तक कर्जा माफ़ नहीं हुआ।
बालचन्द्र का कहना है कि कहीं कहते है कि लिस्ट में नाम नहीं है और कहीं कहते है कि लिस्ट में नाम होगा तौ हम तुम्हारी छूट करवा देंगे। यहां तो 25% छूट मिली है हम तो बता रहे है। पजन ने बताया कि हम तो सबकुछ करवा दिए हैं, लेकिन फिर भी पीछे-पीछे घूमना पड़ रहा है। दिन भर परेशान रहते हैं कोई छूट की बात नहीं करता है और पैसा भरवाते हैं। मेरा कर्जा एक लाख पचास हजार है, बैंक में अंदर नहीं घुसने देते है कहते है, कि कोई छूट नहीं है पैसा भरो। यशोदा ने बताया की कहते है कि जब तक छूट नहीं आ जाती है, तब तक भरो। महारानी ने बताया कि वो हमसे कह रहे थे कि कर्जा माफ़ होगा और फिर कर्जा माफ़ नहीं हुआ है।
एस.डी.एम.ललितपुर धीरेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि ऐसे लोग हो सकते है जो कर्जमाफ़ी के दायरे में न आते हो नहीं तो जितने भी हमारे यहां फार्म आये है उन सब पर कार्यवाही हुई है। कोई एक आदमी नहीं है कि जिसमें कार्यवाही न हुई हो। अभी 25 तारीख तक मौका दिया गया है इसमें से जो छूट गये हो वो एक बार फिर से फार्म डाल दें। अगर वो कर्जमाफी के दायरे में आते है, तो कर्ज माफ़ किया जायेगा। हमारी कोशिश लगातार चल रही है कहीं तहसीलदार साहब के पास हमारे पास खुद हि चल रही है और जिला एग्रीकल्चर के यहां हम सबके यहां अप्लिकेशन भी लिए जा रहे हैं। किसी को कोई शंका हो तो एक अप्लिकेशन डाल दें तो जांच के दौरान जो दोषी पाया जाता है तो कार्यवाही हो जाएगी।
रिपोर्टर- सुषमा