जिला ललितपुर गांव भोडी के आदमियन को आरोप हे के कोटेदार पंद्रह साल से राशन नई दे रए। लेबे जाओ सो कोटेदार लड़त हे।
बड़ी बहू ने बताई के हम जब से इते आय जब से हमे कबहु राशन नई मिलो। हमे चार मोड़ा हे जीमे दो को मिलत और दो को कछु नई मिलत। लल्ली ने बताई के हम जब से आय तब से हमे आज तक नई मिलो हमे ग्यारह साल हो गयी।
हमाय आदमी जात सो बे लड़त हे गुस्सा होत कत के तुमाओ नाम नईया तुमे का से दे देबे। अगर रुपईया की कओ सो न रुपईयन में देत कत के हेई नईया। सीता ने बताई के हमे पंद्रह साल हो गयी जब से नई मिलत। कओ सो कत के आ जेहे आ जेहे कबहु देतई नईया। भजन ने बताई के हम जब से भये जब से हमे मिलोई नईया कबहु। हमने ऑनलाइन फारम भरे सब करो लिस्ट में नाम भी आ गओ तो लेकिन देत नईया। परमिट भी बेई धरे रत। कओ सो कत के जाओ दरखास दे दो हमाई। दाबा करयाओ हमाओ।
चढ़ैया बाई ने बताई के हमने फारम भी भरे और हमाय रुपईया भी खर्च भये। लेकिन हमे मिलतई नईया। एक बार दो सौ लगे ते एक बार तीन सौ लगे ते।
हम ओरे महरौनी गौना मड़वार से खरीद के लेयात जेसे मिल जात सो। कबहु चौदह, पंद्रह, बीस, रुपईया किलो में।
रिपोर्टर- सुषमा
28/10/2016 को प्रकाशित