जिला ललितपुर, गांव जीरौन में रैबे वाली अनीता को नई बुला रए ससुराल वाले।बानेे बताई के हमाई ससुराल मदनपुरा में हें और ससुराल वाले हमे परेशान करत।हमाय पति दारु और गांजो पी के हमे मारत हें और न घर में कछु सौदा ले यात। हमाई दो मोड़ी हें।हमे मायके तीन साल हो गयी न कोऊ लुआबे आत। हमाय मताई बाप को मारवे की धमकी देत और एक बार हमाय भज्जा को मारो हतो और हमाय पूरे उन्ना जला दये ते।सो हमाय बाप गये ते सो लोआ लेयाय ते और एते आके हल्ला करत गारी देत हमाय मताई बाप को।
अनीता को भज्जा राम लखन ने बताई के हम गुर देबे गये ते सो हमे मारो तो और हमाई बेन को मारो और के रए ते के लोआ जाओ।जबरजस्ती हमाये संगे पोचा दओ सो हम लोआ ले आय।
अनीता की माँ ने बताई के तीन साले हो गयी कोऊ नई आत लुआबे जब ब्याह करो तो सो कत ते हमे कछु नई चाने केवल मोडी चाने।अब परेशान करत गांव में चौकी पे कोऊ से भी पूछ लो अगर हमाई मोड़ी चाल चलन की ख़राब होबे के हंगे खात के मुते खात होबे तो बताओ के जा गलती है।तुमाई मोड़ी की और अबे नो एकऊ बार लुआबे नई आय।अब बताओ को हें को जिन्दगी पार लगा हें दो मोडी कओ हें को पढावे लिखाये और कओ
अनीता की सास श्री बाई ने बताई के बहु से पूछो को दुःख देत सास के ससुर।हम तो बुलात भी हें।आत नईया और मोड़ी को बुरो लगत साल भर रोत रए।
अनीता के ससुर ने बताई के हम लो आबे जात बे पोचत नईया कत के जब तुमओ लरका ठीक हो जेहे सोई पोचा हें। अनीता के पति ब्रज लाल ने बताई के लुआबे जाओ सो पौचात निईया। अबे हम एक मईना पैले गये ते सो पौचाओ नई हतो।और जब नौदुर्गन में गये ते सो नई पौचाओ तो।और सास ससुर गारी देत हमें।गिर परे सो हमे लग गई ती। हमने कई अबे नई लोआ जाओ सो नई मानी सो हमने फिर एक रपाटो मार दओ तो सारे में।
अनीता को भज्जा राम लखन ने बताई के हम गुर देबे गये ते सो हमे मारो तो और हमाई बेन को मारो और के रए ते के लोआ जाओ।जबरजस्ती हमाये संगे पोचा दओ सो हम लोआ ले आय।
अनीता की माँ ने बताई के तीन साले हो गयी कोऊ नई आत लुआबे जब ब्याह करो तो सो कत ते हमे कछु नई चाने केवल मोडी चाने।अब परेशान करत गांव में चौकी पे कोऊ से भी पूछ लो अगर हमाई मोड़ी चाल चलन की ख़राब होबे के हंगे खात के मुते खात होबे तो बताओ के जा गलती है।तुमाई मोड़ी की और अबे नो एकऊ बार लुआबे नई आय।अब बताओ को हें को जिन्दगी पार लगा हें दो मोडी कओ हें को पढावे लिखाये और कओ
अनीता की सास श्री बाई ने बताई के बहु से पूछो को दुःख देत सास के ससुर।हम तो बुलात भी हें।आत नईया और मोड़ी को बुरो लगत साल भर रोत रए।
अनीता के ससुर ने बताई के हम लो आबे जात बे पोचत नईया कत के जब तुमओ लरका ठीक हो जेहे सोई पोचा हें। अनीता के पति ब्रज लाल ने बताई के लुआबे जाओ सो पौचात निईया। अबे हम एक मईना पैले गये ते सो पौचाओ नई हतो।और जब नौदुर्गन में गये ते सो नई पौचाओ तो।और सास ससुर गारी देत हमें।गिर परे सो हमे लग गई ती। हमने कई अबे नई लोआ जाओ सो नई मानी सो हमने फिर एक रपाटो मार दओ तो सारे में।
26/07/2016 को प्रकाशित
ललितपुर के जीरौन गाँव में सामने आया महिला हिंसा का मामला