जिला ललितपुर, तहसील महरौनी इते के किसान ने तहसील में आ के करी अपनी मांगे। किसानन को केबो हें हमाई फसले नष्ट हो गयी हमे जा को मुआवजा मिलवे।
कल्लन ने बताई हमाये सबरे उर्द मर गए हमने चार बोरा उर्द बोय ते जई मांग पूरी करबे के लाने हम ओरे महरौनी तहसील में पूरे गांव के आदमी ट्राली भर के आए। इते सो कोनऊ सुनवाई नईया कह रए के देख लहे बताओ बे कह रए के देख लहे इते देखो सो खाई रोटी नई पच रई चिंता के मारे का करे केसे बीज निकर हे। चैत में हे सो सूखा पर गयी अब हे सो जे सबरे उर्द ख़राब हो गये का तक का करे किसान का तक दम रोपे का तक आत्महत्या न होबे। और का तक किसान के मोड़ी मोड़ा अनपढ़ न रहे जब कछु खाबे तो हो नई रओ तो का से पढ़ हे लिख हे।
प्रकाश चन्द्र कुशवाहा ने बताई हम तहसील में आये एस डी एम साहब लगे आय के हमाई फसल नष्ट हो गयी। सो बई कि मांग के लाने आय। अब वे के रए के लेखपाल से जांच करवा हे। हमाई तो पूरी फसल सड़ गयी और बे के रए देख ले है देख ले है कोऊ सुनई नई रओ। पेड़े तक लेयाए दिखाबे के कछू नई फरो एसे सड़ गये।
अमान सिंह यादव ने बताई पैतीस हजार को बीज लाओ तो हमने जीमे से पैतीस रूपईया को लाभ नई भओ पूरे गांव को नुकसान हो गओ जई के लाने एस डी एम नों आए ते। अब एस डी ऍम के रए के लेखपाल को पोचा के जांच करा है।
गंठू लाल वंशकार ने बताई के एस डी एम के रए के जांच करवा हे लेखपाल से अगर इते से काम नई हो है तो ललितपुर जेहे डी एम नों।
कल्लन ने बताई हमाये सबरे उर्द मर गए हमने चार बोरा उर्द बोय ते जई मांग पूरी करबे के लाने हम ओरे महरौनी तहसील में पूरे गांव के आदमी ट्राली भर के आए। इते सो कोनऊ सुनवाई नईया कह रए के देख लहे बताओ बे कह रए के देख लहे इते देखो सो खाई रोटी नई पच रई चिंता के मारे का करे केसे बीज निकर हे। चैत में हे सो सूखा पर गयी अब हे सो जे सबरे उर्द ख़राब हो गये का तक का करे किसान का तक दम रोपे का तक आत्महत्या न होबे। और का तक किसान के मोड़ी मोड़ा अनपढ़ न रहे जब कछु खाबे तो हो नई रओ तो का से पढ़ हे लिख हे।
प्रकाश चन्द्र कुशवाहा ने बताई हम तहसील में आये एस डी एम साहब लगे आय के हमाई फसल नष्ट हो गयी। सो बई कि मांग के लाने आय। अब वे के रए के लेखपाल से जांच करवा हे। हमाई तो पूरी फसल सड़ गयी और बे के रए देख ले है देख ले है कोऊ सुनई नई रओ। पेड़े तक लेयाए दिखाबे के कछू नई फरो एसे सड़ गये।
अमान सिंह यादव ने बताई पैतीस हजार को बीज लाओ तो हमने जीमे से पैतीस रूपईया को लाभ नई भओ पूरे गांव को नुकसान हो गओ जई के लाने एस डी एम नों आए ते। अब एस डी ऍम के रए के लेखपाल को पोचा के जांच करा है।
गंठू लाल वंशकार ने बताई के एस डी एम के रए के जांच करवा हे लेखपाल से अगर इते से काम नई हो है तो ललितपुर जेहे डी एम नों।
रिपोर्टर- राजकुमारी और सुषमा
07/09/2016 को प्रकाशित
ललितपुर के छायन गाँव में भारी बारिश और बाढ़ से हुई फसल बर्बाद