राज्य बिहार, जिला भागलपुर। यहां के एक छोटे से गांव धरहरा ने एक नई मिसाल कायम की है। यहां सदियों से चली आ रही एक प्रथा के अनुसार हर परिवार लड़की के जन्म पर आम के दस पौधे बोता है।
भागलपुर शहर से पैंतीस किलोमीटर दूर, साल 2010 में इस गांव की आबादी सात हज़ार थी पर आम के पेड़ों की आबादी लगभग एक लाख थी। हर लड़की के जन्म पर बोए जाने वाले आम के पौधे जब पेड़ बनते हैं तो इनके फलों से की गई कमाई से ही परिवार लड़की की शिक्षा और आगे के जीवन में होने वाले खर्च निकालता है। हर दस पेड़ों की एक लाभार्ती होती है। दो सौ एकड़ ज़मीन पर लाखों पेड़ फल रहे हैं। कहते हैं कि आज यहां दहेज के कारण एक भी मौत नहीं होती है।
औरतों के विकास के लिए पर्यावरण के विकास की इस अलग मिसाल पर हाल में एक फिल्म भी बनाई गई।
लड़कियों के जन्म पर आम की मिठास
पिछला लेख