एक राजा था जो कभी कभी खाली समय में किताबें पढ़ने का शौक रखता था। एक बार देर रात राजा कोई किताब पढ़ रहा था। उसमें लिखा था कि लंबी दाढ़ी वाले बेवकूफ होते हैं। यह पढ़ते ही राजा का हाथ तुरंत अपनी दाढ़ी पर गया। पूरी एक फुट लंबी दाढ़ी पर हाथ फेरते हुए राजा ने सोचा – तब तो लोग हमें भी बेवकूफ समझते होंगे।
बस यह बात दिमाग में आते ही फौरन कैंची ढूंढ़ने लगा। पूरा कमरा छान मारा, मगर कैंची नहीं मिली। अचानक नजर जल रहे दीये पर पड़ी। राजा ने फौरन दीया उठाया और हाथ से दाढ़ी पकड़कर सोचा जहां तक हाथ है, वहां तक की दाढ़ी फूंक देते हैं, बाकी कल हजाम से मुंडवा लेंगे।
राजा ने फौरन दीये की लौ दाढ़ी में लगा दी। अगले ही पल उसकी दाढ़ी धू-धू कर जलने लगी। चेहरे और छाती पर गरमाहट लगी तो राजा ने दीया एक और फेंका और लगा चीख-पुकार मचाने और जब चेहरा भी झुलसने लगा तो भागकर गया और बाल्टी में सिर डाल दिया। तब कहीं जाकर उसे राहत मिली। दाढ़ी हो या नहीं पर राजा तो बेवकूफ ही निकला।
लंबी दाढ़ी वाला बेवकूफ
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