जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव बम्हौरी कलां। 108 नम्बर एम्बूलेंस गर्भवती ओरतन खे लाने बोहतई बड़ी समस्या बन खे रह गई हे। काय से ई व्यवस्था होय खे बाद भी आदमी आपन गाड़ी करके अस्पताल जात हे। ओर समय से अस्पतपल aन पोंहचे के कारन रास्ते में ही डिलेवरी हो जात हे।
बम्हौरी कलां गांव की सुमन ने बताओ कि में खन्ना कस्बा निमन्त्रण में गई हती। तभई 26 मई 2014 खा रात 12 बजे पेट पिरान लगो। मोये परिवार वाले कबरई के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेके आये जिते से मोये रात 1 बजे महोबा जिला अस्पताल खा रिफर कर दओ। सुमन के आदमी रामबाबू ने बताओ कि में दो हजार रूपइया में किराये की मार्शल खन्ना से लेके कबरई के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तक आओ हतो। रामबाबू को आरोप हे कि सुमन खा महोबा खे लाने रिफर तो कर दओ, पे एम्बुलेंस से नई भेजो। एई से ऊखे रास्ते में एक बच्चा भओ ओर मर भी गओ। ईखे बाद दो बच्चा महोबा अस्पताल में भये हंे। बच्चन की हालत ठीक हे, पे टीका नई लगे हें। सरकार डिलेवरी खे लाने 108 नम्बर एम्बुलेंस फ्री करे हे। अगर सुमन खा समय से एम्बुलेंस मिल जात तो शायद बच्चा रास्ता में पैदा होके न मरत।
एडिशनल सी.एम.ओ. बी.पी. वर्मा ने बताओ कि ऊखे बच्चा बोहतई कमजोर हतेे। एई से बच्चन खा टीका नई लगाओ हे। अगर डिलेवरी को कबरई से रिफर करो हे तो एम्बुलेंस देय की जिम्मेदारी भी ओई अस्पताल की हे।
रास्ते में भई डिलेवरी, बच्चा खे मोत
पिछला लेख