देश के 14वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए 17 जुलाई को मतदान संपन्न हो गया। संसद समेत राज्यों के विधानसभाओं में बने 32 मतदान केंद्रों पर सांसदों और विधायकों ने वोट डाले। इस बार रिकॉर्ड 99% मतदान हुआ है। मतगणना 20 जुलाई को होगी।
राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए राजग के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का जीतना तय माना जा रहा है। अब दिलचस्पी सिर्फ आंकड़े जानने की है। कोविंद को राजग के अलावा जदयू, अन्नाद्रमुक, टीआरएस जैसे दलों ने समर्थन का एलान किया था। वहीं, विपक्ष के 18 दलों ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को मैदान में उतारा था।
बिहार, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और झारखंड समेत नौ राज्यों में शत प्रतिशत मतदान हुआ। 717 में से 714 सांसदों ने संसद भवन स्थित मतदान केंद्र पर वोट डाला, जबकि 54 सांसदों ने राज्यों की राजधानी में अपने मताधिकार का उपयोग किया।
दूसरी तरफ, राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस चुनावी मुकाबले को संकीर्ण, विभाजनकारी और सांप्रदायिक नज़रिये के ख़िलाफ़ लड़ाई करार दिया। राष्ट्रपति और उप–राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार मीरा कुमार और गोपाल कृष्ण गांधी की मौजूदगी में विपक्षी नेताओं को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि इन मुकाबलों में संख्याबल उनके ख़िलाफ़ हो सकता है, लेकिन लड़ाई लड़ी जाएगी और जमकर लड़ी जाएगी।