जिला महोबा, ब्लाक चरखारी ओर जैतपुर। बारीस ओर सूखा के कारन आदमी एक-एक दाना खा मोहताज हे। राष्ट्रीय खाद सुरक्षा के (एन.एफ.एस.ए.) के तहत कार्ड बनवायें के लाने आदमियन में मारा मारी मची हे।
ब्लाक चरखारी गांव भटेवरा को मजरा रमपुरा को घनश्याम,विश्वनाथ, सोहन लाल ओर छत्रपाल कहत हे की सूखा के कारन हम लोग सड़क में भीख मगाऊ के लायक हो गये हे। घर गांव में सबखे नये राशनकार्ड बन के मिल गये हे। हमाये गांव में कछू नई पता चलत हे। पेहले कभऊं-कभऊं पीले राशन में गल्ला मिल जात हतो। अब ऊ भी बन्द हो गओ हे।
कोटेदार मदन राजपूत कहत हे की पीले राशनकार्ड में बन्द हो गओ हे। अब सफेद पर्ची मिलत हे। ओई में पांच किलो गेंहू, चावल ओर चीनी मिलहे। एसई गांव रिवई को ढालचन्द्र अहिरवार ओर मुन्ना अहिरवार कहत हे की हम मजदूर आदमी हे। हमाई तीस तीस साले ज्यादा उमर हो गई हे। आज तक कोनऊ राशन कार्ड नईं बनो। पेहले तो जेसे तेसे चला लओ, पे अब नई चलत हे। सोचत हें की राशनकार्ड बन जाये तो नींक हो हे। अरविन्द ओर ब्रजकिशोर कहत हे की बाजार से सब कछू खरीदने परत हे। सत्तरह रुपइया किलो गेंहू ओर चालिस रुपइया किलो चावल मिलत हे। प्रधान कहत हे की अभे राशन कार्ड बनने हे तो में ध्यान से कोटेदार से कहके बनवा देंहो।
ब्लाक जैतपुर, गांव सुगिरा के विजय कुमार ओर अरविन्द कुमार को आरोप हे की प्रधान ओर कोटेदार की मनमानी से गरीब आदयिन खा लाभ नई मिल पाउत हे। अधिकारी भी आपन खानापूर्ति करे के लाने गांव आउत हे ओर चले जात हे। अपात्र आदमियन के सफेद ओर लाल राशन कार्ड बने हे, पात्र आदमी भटकत फिरत हे। सुमितरानी ओर रानीबाई कहत हे की पीले राशन कार्ड में पांच किलो गेंहू एक महीना खा का होते। जीखे घर में चार लड़का बिटिया हे ऊखो तो एक हफता में खतम हो जात हे।
कुलपहाड़ पूर्ति विभाग के निरिक्षक रफीक खान कहत हे की अभे पुरे राशन काड नईं बटे हे, बांटत जात हे। एक राशनकार्ड में 5 किलो यूनिट के तहत गल्ला दओ जेहे।
राशन कार्ड में मची मारा मारी
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