सरकार ने गरीबन खे योजना के लाने बी.पी.एल.सूची तो लागू करत हे। पे जभे सूची में नाम नइयां, तो लाभ किते से मिलहे। हम बात करत हे कि नये राशन कार्ड न होय से आदमी समस्या खा लेके बोहतई परेशान रहत हे। जभे कि गांव के आदमी ज्यादातर बी.पी.एल. सूची के पात्र हे। बी.पी.एल. सूची में नाम ओर राशन कार्ड न होय से आदमियन खा पेंशन नई मिलत हे। जून के महीना मे भओ सर्वे आज तक पूरो नई हो पाओ हे। नये राशन कार्ड बनवाये खे लाने होड़ मची हे।
सवाल जा उठत हे कि न तो नये राशन कार्ड बनवाउत हे ओर न खा सही जानकारी देत हे। जीसे जनता बराबर परेशान होत हे। आदमियन खा आसरा लगो हे कि राशन कार्ड बन जाये तो काम करायंे मे आसान हो जेहे। महोबा जिला में ई समय राशन कार्ड बने को काम बोहतई जोर शोर से चलत हे। जीमें आदमियन से फारम भरे के नाम से वसूली करी जात हे। फारम रूपइया में देत हे, दूसरे से भरवाये पे दलाली करी जात हे। ऊखे बाद साइबर कैफे ओर जन सुविधा केन्द्र के कर्मचारी खुले आम रूपइया लेत हे। राशन कार्ड बने को काम एक साल से चलत हे। जीमें आदमियन के फारम केऊ दइयां केंसिल करे हे। ऊसई तो पांच साल को नियम हे पे दसन साल के बाद राशन कार्ड बनत हे।
सोचे वाली तो बात जा हे कि जीखे लिस्ट में नाम हे ओई को राशन कार्ड बनहे जभे कि सबसे बड़ी तो बात जा हे कि आज की पीढ़ी मे हजारो परिवार बढ़ गये हे। बिना राशन कार्ड के कोनऊ काम नई होत हे। जभे सरकार राशन कार्ड के द्वारा कोनऊ भी सरकारी काम नियम, कानून बनाओ हे तो राशन कार्ड बनवायें खा भी ध्यान देय खा चाही। राशन कार्ड बोहतई गम्भींर समस्या हे। ईखे लाने सरकार खा बोहतई गम्भीरता से सोचे खा चाही?
राशन कार्ड बनवाये खा मचो भड़फोर
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